पढ़िए जगन गुज्जर के बारे में ओर शेयर करिये।
धौलपुर।चंबल के बीहड़ों ने अनेक डाकुओं को आबाद किया। उन्हीं से एक है जगन गुर्जर। करीब 2 दर्जन हत्या के अारोपी जगन ने एक बार तो वसुंधरा राजे के धौलपुर पैलेस को उड़ाने की धमकी दे दी थी। इसके बाद राज्य में उसको पकड़ने की पहल तेज हो गई और उसके सिर पर 11 लाख का इनाम रखा गया। वसुंधरा राजे पर इसलिए नाराज था
पुलिस ने जगन के भाई लाल सिंह को लंबे अरसे की कोशिश के बाद हथियारों के साथ गिरफ्तार कर लिया है। जगन का छोटा भाई पप्पू सिंह अभी भी पुलिस के गिरफ्त से बाहर है। ऐसे में आपको डर का पर्याय रहे जगन डाकू
-गुर्जर आरक्षण आंदोलन के दौरान जगन गुर्जर ने भी आंदोलन का साथ दिया था। उस वक्त गुर्जर समुदाय में सीएम वसुंधरा को लेकर काफी रोष था।
-जब आरक्षण पर बात नहीं बनी तब जगन गुस्से लाल हो गया और वसुंधरा के धौलपुर पैलेस को उड़ाने की ठान ली थी।
जगन ने जब किया बीहड़ का रुख
धौलपुर।चंबल के बीहड़ों ने अनेक डाकुओं को आबाद किया। उन्हीं से एक है जगन गुर्जर। करीब 2 दर्जन हत्या के अारोपी जगन ने एक बार तो वसुंधरा राजे के धौलपुर पैलेस को उड़ाने की धमकी दे दी थी। इसके बाद राज्य में उसको पकड़ने की पहल तेज हो गई और उसके सिर पर 11 लाख का इनाम रखा गया। वसुंधरा राजे पर इसलिए नाराज था
पुलिस ने जगन के भाई लाल सिंह को लंबे अरसे की कोशिश के बाद हथियारों के साथ गिरफ्तार कर लिया है। जगन का छोटा भाई पप्पू सिंह अभी भी पुलिस के गिरफ्त से बाहर है। ऐसे में आपको डर का पर्याय रहे जगन डाकू
-गुर्जर आरक्षण आंदोलन के दौरान जगन गुर्जर ने भी आंदोलन का साथ दिया था। उस वक्त गुर्जर समुदाय में सीएम वसुंधरा को लेकर काफी रोष था।
-जब आरक्षण पर बात नहीं बनी तब जगन गुस्से लाल हो गया और वसुंधरा के धौलपुर पैलेस को उड़ाने की ठान ली थी।
जगन ने जब किया बीहड़ का रुख
- जगन ने वर्ष 1994 में बंदूक उठाकर बीहड़ में कदम रखा था। बाद में उसकी पत्नी और 4 भाई भी गैंग में शामिल हो गए।
-आत्मसमर्पण करते समय जगन की गैंग में 25 सदस्य थे।
-इधर जगन के डर से उसके गांव में पिछले एक दशक में कोई शादी नहीं हुई।
-उसके पिता गांव छोड़कर चले गए और गांव करीब-करीब खाली हो गया।
-वर्ष 2010 में जगन के बड़े भाई की बेटी की जिसे जगन ने गोंद ले लिया था,उसकी शादी हुई और उस शादी में जगन जेल से कड़ी सुरक्षा के बीच पहुंचा था।
-लंबे अरसे के बाद गांव में कोई मांगलिक कार्यक्रम हो रहा था।
-लोग शादी देखने नहीं बल्कि जगन को देखने आए थे।
-जगन ने बेटी के हाथ पीले करने के बाद अपराध की दुनिया से तौबा कर ली। फिलहाल वह जेल में है।
जगन गुर्जर के खिलाफ राजस्थान,मध्यप्रदेश,उत्तर प्रदेश में 72 मुकदमे दर्ज हैं। इनमें से 24 से ज्यादा हत्या के हैं।
बीहड़ में हुआ था बेटे का जन्म
-जगन की पत्नी कोमेश देवी भी उसके साथ बीहड़ों में रहती थी।
-वहीं जगन की पत्नी ने एक बेटे को जन्म दिया था।
-फिलहाल जगन के दो बेटे हैं।
-आत्मसमर्पण करते समय जगन की गैंग में 25 सदस्य थे।
-इधर जगन के डर से उसके गांव में पिछले एक दशक में कोई शादी नहीं हुई।
-उसके पिता गांव छोड़कर चले गए और गांव करीब-करीब खाली हो गया।
-वर्ष 2010 में जगन के बड़े भाई की बेटी की जिसे जगन ने गोंद ले लिया था,उसकी शादी हुई और उस शादी में जगन जेल से कड़ी सुरक्षा के बीच पहुंचा था।
-लंबे अरसे के बाद गांव में कोई मांगलिक कार्यक्रम हो रहा था।
-लोग शादी देखने नहीं बल्कि जगन को देखने आए थे।
-जगन ने बेटी के हाथ पीले करने के बाद अपराध की दुनिया से तौबा कर ली। फिलहाल वह जेल में है।
जगन गुर्जर के खिलाफ राजस्थान,मध्यप्रदेश,उत्तर प्रदेश में 72 मुकदमे दर्ज हैं। इनमें से 24 से ज्यादा हत्या के हैं।
बीहड़ में हुआ था बेटे का जन्म
-जगन की पत्नी कोमेश देवी भी उसके साथ बीहड़ों में रहती थी।
-वहीं जगन की पत्नी ने एक बेटे को जन्म दिया था।
-फिलहाल जगन के दो बेटे हैं।
0 comments:
Post a Comment