किसान आत्महत्या करने को मजबूर हें कयोंकि किसान को उसकी मेहनत का पुरा भुगतान नही मिलता ।
आज हमारे देश में किसान बदहाल जीवन जी रहा हे । सेकड़ों किसान हर महिने आत्महत्या कर रहें हे । किसान कर्ज मे डुबे हुए हैं ।
किसान के कर्ज़ में डुबने का कारण
माना जाये कि किसान के पास 5 बिघा जमीन हैं । इसपर बाजरा और गेहूं उगाया ।
कुल उपज - 4000 किलोग्राम गेहूं, 3000 किलोग्राम बाजरा
कुल आमदनी - 64000 + 36000 = 100000 (एक लाख)
कृषि कार्य पर कुल खर्चा
ट्रेक्टर का खर्चा - बुवाई (8000) + थ्रेसर (5000)
बिजली का खर्चा - 18000
बीज - 8500
खाद - 3500
मेहनत मजदुरी - 22000
कृषि यन्त्र पानी के साधनों का रखरखाव - 7000
कुल खर्चा - 72000
कृषि कार्य मे कुल बचत - 28000
अब कोई प्राकृतिक आपदा आ जाय तो उपज आधी रह जाये तब
कुल खर्च - 72000
कुल उपज - 50000
कुल घाटा - 22000
अब आप सोचे कैसे कोई किसान 28000 रूपये मे 4 सदस्यों का जीवन यापन कर सकता हैं । अगर प्राकृतिक आपदा आ गयी तो पेट भरना तो दुर कर्ज़ चढ जायेगा ।
फिर कर्जा चुकाने की कोई आस भी नही । मजबूरन किसान को एक ही रास्ता नजर आता हैं । वो सोचता हे शायद जमीन तो बच जायेगी अोर वह फासी पर झुल जाता है ।
4 comments:
हर हर महादेव
9977999462
हर हर महादेव
9977999462
hi muje bhi chahiye
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